दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रगति मैदान में हो रहे इंडिया मोबाइल कांग्रेस में 5G सेवाओं का उद्घाटन किया. इस मौके पर केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि यह समिट तो ग्लोबल है लेकिन आवाज़ और आगाज़ लोकल है. आज 21वीं सदी के विकसित होते भारत के सामर्थ्य का, इस सामर्थ्य को देखने का, उसके प्रदर्शन का विशेष दिवस है. आज़ादी के अमृत महोत्सव के इस ऐतिहासिक कालखंड में आज की तारीख इतिहास में दर्ज़ होने वाली है.
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज देश की ओर से, देश की टेलीकॉम इंडस्ट्री की ओर से, 130 करोड़ भारतवासियों को 5G के तौर पर एक शानदार उपहार मिल रहा है. 5G, देश के द्वार पर नए दौर की दस्तक है. 5G, अवसरों के अनंत आकाश की शुरुआत है. मैं प्रत्येक भारतवासी को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं. जब हम ‘डिजिटल इंडिया’ की बात करते हैं तो कुछ लोग समझते हैं कि यह सरकारी एक योजना है. लेकिन यह सिर्फ नाम नहीं है यह देश के विकास का बहुत बड़ा विजन है. इस विजन का लक्ष्य उस टेक्नोलॉजी को आम लोगों के लिए पहुंचाना है जो आम लोगों के लिए और उनसे जुड़कर काम करे.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमने 4 स्तंभ पर, चार दिशाओं में एक साथ फोकस किया. पहला, डिवाइस की कीमत. दूसरा, डिजिटल कनेक्टिविटी. तीसरा, डेटा की कीमत. चौथा, और सबसे जरूरी, ‘डिजिटल फर्स्ट’ की सोच. जब हम पहले स्तंभ की बात करते हैं तो, डिवाइस की कीमत की बात करते हैं, तो उससे एक बात साफ है कि इसकी कीमत तब ही कम होगी जब हम आत्मनिर्भर हों. 2014 तक हम करीब 100% मोबाइल आयात करते थे. हमने मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को बढ़ाया जिसकी संख्या 2 से बढ़कर 200 हो गई है.
समारोह को संबोधित करते हुए पीएम ने आगे कहा कि इसके बाद हमने डिजिटल कनेक्टिविटी पर काम किया. जितने ज़्यादा लोग इससे जुड़ेंगे उतना बेहतर है. 2014 तक 6 करोड़ लोग ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी से जुड़े थे अब यह 80 करोड़ हो चुके हैं. इंटरनेट कनेक्शन की बात करें तो यह आंकड़ा 25 करोड़ का था जो अब करीब 85 करोड़ पहुंच रही है. हमारी सरकार ‘इंटरनेट फॉर ऑल’ के लक्ष्य पर काम कर रही है. डिजिटल कनेक्टिविटी बढ़ने के साथ ही डेटा की कीमत भी उतनी अहम होती है. यह तीसरा स्तंभ था जिसपर हमने काम किया. हमने टेलिकॉम सेक्टर की तमाम अड़चनों को हटाया… इससे डेटा की कीमतों में कमी आई और देश में डेटा क्रांति हुई.
उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने खुद आगे बढ़कर डिजिटल भुगतान का रास्ता आसान बनाया. सरकार ने खुद ऐप के जरिए नागरिक केंद्रित वितरण सेवा को बढ़ावा दिया. बात चाहे किसानों की हो, या छोटे दुकानदारों की, हमने उन्हें ऐप के जरिए रोज की जरूरतें पूरी करने का रास्ता दिया. आज टेलीकॉम सेक्टर में क्रांति जो देश देख रहा है वो इस बात का सबूत है कि अगर सरकार सही नीयत से काम करे तो नागरिकों की नीयत बदलने में देर नहीं लगती है. 2G की नीयत और 5G की नीयत में यही फर्क है.