राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बीते दिनों राजस्थान सरकार को नोटिस जारी कर कई जिलों में 8-18 वर्ष की आयु की लड़कियों को स्टांप पेपर पर कथित रूप से बेचने के मामले को लेकर जवाब तलब किया है. वहीं इस मामले को लेकर अब सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है. लेकिन राजस्थान सरकार के मंत्री ने इस आरोप को इनकार कर रहे हैं.
इस मामले को लेकर भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार में बाजार में लड़कियों को बेचा जा रहा है, गुलाम बनाया जा रहा है…राजस्थान में 14 बच्चे प्रतिदिन लापता होते हैं. एक महीने में 400 लड़कियां लापता हो जाती हैं. दुष्कर्म में राजस्थान का नंबर सबसे ऊपर हो रखा है.
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि NHRC को जो जानकारी मिली है उसके अनुसार राजस्थान में महिलाओं की नीलामी हो रही है. हम इसकी निंदा करते हैं, इसकी जांच होनी चाहिए. राजस्थान सरकार को ध्यान देने की आवश्यकता है. राजस्थान में महिलाओं पर दलितों पर अत्याचार होते हैं.
मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मीडिया में खबर आई है, हमने टीम लगा दी है. वास्तव में क्या स्थिति है, ये पता लगाया जा रहा है. अगर कोई घटना हुई है तो हम किसी को नहीं बख्शेंगे.
भीलवाड़ा में कथित तौर पर लड़कियों को बेचे जाने पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि NCW की एक टीम को भीलवाड़ा भेजा रहा है. सोमवार को मैं SP और मुख्य सचिव से मिलूंगी. ऐसी कई घटनाएं पिछले कुछ सालों से आती जा रही हैं मगर दुखद बात यह है कि इसपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
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