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जयपुरवायिों की पूरी होने लगी बरसों पूरानी आस
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जयपुर में एक दिन में रिकॉर्ड बारिश
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बारिश सें ऐतिहासिक आमेर महल का मावठा तालाब लबालब
जयपुर: तीन दिन पहले गुलाबी नगर में हुई रिकॉर्ड तोड़ बारिश ने निजी और सरकारी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया और राजधानी में बाढ़ सरीखे हालात पैदा कर दिए, जिसके बाद अब जाकर हालात सामान्य हुए है, पर करीब आठ साल से भी अधिक समय के बाद आमरे मावठा लबालब हो गया है। यह सब एक दिन में रिकॉर्ड बारिश के कारण ही हुआ है।
इसने एक सुकून भरी खबर भी दी है। इस भारी बारिश के कारण जयपुर की बरसों से अधूरी चल रही मुराद पूरी हो गई। इस बारिश से जयपुर का ऐतिहासिक आमेर महल का मावठा तालाब लबालब हो गया है। मावठा को भरने के लिए लंबे अरसे से पर्यटन विभाग और सिंचाई विभाग मिलकर कोशिश कर रहे थे लेकिन काफी महीनों तक कोशिशें करने के बाद भी बीसलपुर की पानी की लाइन से इसे महज आधा ही भरा जा सका था लेकिन शुक्रवार को हुई तेज बारिश के बाद मावठे में पानी की अच्छी आवक हुई और एक ही दिन में यह तालाब लबालब हो गया।
बार चादर चली
वर्ष 2012 में मावठे मेंआखरी बार चादर चली थी। उसके बाद से मावठा लगातार खाली होता चला गया। इलाके में न तो पानी की अच्छी आवक हुई न ही आमेर इलके में अच्छी बरसात दर्ज की गई। हर साल मावठे में थोड़ा बहुत पानी आता था वो गर्मियां आने तक पूरा सूख जाता था। आमेर को वर्ष 2013 में यूनेस्को वल्र्ड हेरिटेज साइट के लिए चुना गया था। पहाड़ी किलों की कैटेगरी में आमेर को दुनिया के सबसे अच्छे किलों में शामिल किया गयालेकिन तब से ही इस किले की बदकिस्मती ये रही कि मावठा कभी पूरा नहीं भरा।
300 मिलियन लीटर क्षमता
पर्यटन विभाग और अन्य विभागों ने मिलकर कई बार इसे भरने की कोशिश भी की लेकिन कभी लीकेज की वजह से तो कभी पानी की कमी की वजह से इसके पूरा भरने का यह ख्वाब अधूरा ही रहा। करीब 300 मिलियन लीटर पानी की भराव क्षमता वाले आमेर के मावठा तालाब को बीसलपुर से फिर से भरने की कोशिश की गई।