पश्चिम बंगाल के नये राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने आज सुबह पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. कलकत्ता हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव ने राज्यपाल को शपथ दिलायी. लेकिन इस शपथ ग्रहण समारोह को लेकर विवाद शुरू हो गया है. विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को भी इस समारोह में आमंत्रित किया गया था. लेकिन वह समारोह में शामिल नहीं हुए.
सीवी आनंद ने कोलकाता में राज्य के राज्यपाल के रूप में शपथ ली. इस दौरान राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मौजूद रहीं. राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण के बाद प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व अन्य नेताओं से मुलाकात की, वहीं अब विपक्ष ने दावा किया है उनके साथ अभद्र राजनीति की गई है. विधानसभा में विपक्ष के नेता अधिकारी ने राज्यपाल को बधाई देते हुए मैं कहना चाहता हूं कि आज मैं और बंगाल के भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार राजभवन में शपथ समारोह के लिए पहुंचे थे लेकिन हमें दरवाज़े से लौटना पड़ा.
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल सरकार ने शपथ ग्रहण समारोह में बैठने के लिए राज्य के मंत्रियों के हिसाब से इंतज़ाम किए, अगर TMC सांसदों को आमंत्रित किया जा सकता है और वे सबसे आगे बैठ सकते हैं तो सुकांत मजूमदार को क्यों नहीं आमंत्रित किया गया? वह भी सांसद हैं.
इसके अलावा उन्होंने ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह एक अभद्र राजनीति का शर्मनाक उदाहरण कि विपक्ष के नेता यानि मेरी कुर्सी विधायक कृष्णा कल्याणी और विश्वजीत दास जोकि BJP के टिकट पर चुने गए थे और बाद में TMC में चले गए थे उनके बगल में लगाई गई.
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