नई दिल्ली: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने भारत के मुख्य न्यायाधीश उदय उमेश ललित को पत्र लिखकर उन्हें अपना उत्तराधिकारी नियुक्त करने के लिए कहा है. सूत्रों ने आज यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि यह पत्र शुक्रवार सुबह ही भेजा गया है.
जस्टिस उदय उमेश ललित 8 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ सीजेआई के बाद सबसे वरिष्ठ जज हैं और इस पद के मुख्य दावेदार हैं. मुख्य न्यायाधीश अपने उत्तराधिकारी के रूप में वरिष्ठतम न्यायाधीश को नामित करता है. इस परंपरा के मुताबिक जस्टिस चंद्रचूड़ देश के 50वें चीफ जस्टिस बन सकते हैं.
जस्टिस चंद्रचूड़ सुप्रीम कोर्ट में आने से पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस थे. 2016 में, उन्हें पदोन्नत किया गया और उन्हें सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनाया गया था. इससे पहले जस्टिस चंद्रचूड़ 2000 से 2013 तक बॉम्बे हाईकोर्ट में जज थे.
कौन हैं जस्टिस यू ललित?
जस्टिस यूयू ललित का पूरा नाम उदय उमेश ललित है. वह सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस हैं. इससे पहले उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में एक वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में अभ्यास किया. जस्टिस ललित अब तक सीधे सुप्रीम कोर्ट में कार्यभार संभालने वाले छठे वरिष्ठ अधिवक्ता होंगे. जस्टिस जीएस सिंघवी और जस्टिस एके गांगुली की सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने जस्टिस ललित को दूसरे स्पेक्ट्रम मामले में सीबीआई का विशेष अभियोजक नियुक्त किया था.
यूयू ललित कई हाई प्रोफाइल मामलों से जुड़े थे. जिसमें अभिनेता सलमान खान का काला हिरण शिकार का मामला में शामिल है. इसके अलाला जस्टिस यूयू ललित देश के सामाजिक व्यवस्था पर बड़ा असर डालने वाले तीन तलाक जैसे अहम फैसले देने वाली बेंच का हिस्सा रहे हैं. लेकिन जस्टिस यूयू ललित का चीफ जस्टिस के तौर पर कार्यकाल काफी छोटा होगा और वह 8 नवंबर, 2022 को रिटायर हो जाएंगे.
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