गांधीनगर: गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रचंड बहुमत हासिल किया है जिसके बाद सवाल उठ रहा है कि विधानसभा में विपक्ष का नेता चुना जाएगा या नहीं. चुनाव में महज 17 सीटें हासिल करने के बाद अब कांग्रेस इस बात को लेकर असमंजस में है कि किसे नेता प्रतिपक्ष का पद दिया जाए. पार्टी के वरिष्ठ विधायक अर्जुन मोढवाडिया पहले ही नेता प्रतिपक्ष बनने से इनकार कर दिया है. जिसके बाद कांग्रेस ने इस बाबत तैयारियां शुरू कर दी हैं और बैठकों का सिलसिला जारी रखा है.
दो दिनों से कांग्रेस भवन में बैठक
गुजरात कांग्रेस भवन में बैठकों का सिलसिला जारी है. इसमें विजयी विधायक और हारने वाले कांग्रेस प्रत्याशी मौजूद हैं, इस बैठक में चुनाव हारने के कारणों पर चर्चा हुई. इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष के नाम पर चर्चा होने की जानकारी सामने आ रही है. कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों से जानकारी मिली है कि चावड़ा को नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया जाएगा. कांग्रेस के सभी जीते हुए विधायक एकमत है कि चावड़ा को यह जिम्मेदारी सौंपी जाए.
डिप्टी कलेक्टर से विधायक बने चावड़ा कौन हैं?
राजनीति में आने से पहले सीजे चावड़ा गुजरात सरकार में डिप्टी कलेक्टर थे. गांधीनगर के हर गांव में उन्होंने सड़क, बोर, स्कूल, अस्पताल, पानी की टंकी, स्ट्रीट लाइट जैसे कई छोटे-बड़े काम किए और खूब लोकप्रियता हासिल की. चावड़ा की कार्यशैली को देखकर पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने उनसे राजनीति में आने की अपील की थी. जिसके बाद उन्होंने 2002 में गांधीनगर सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ा और बीजेपी के तत्कालीन मंत्री को बड़े अंतर से हराया. इस प्रकार एक प्रशासनिक अधिकारी का राजनीतिक सफर शुरू हुआ था.
मोढवाडिया ने नेता प्रतिपक्ष बनने से इनकार किया
पोरबंदर विधानसभा सीट से जीते कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढवाडिया इससे पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. उन्होंने बीजेपी के बाबू बोखिरिया को हराकर यह चुनाव जीता है, लेकिन उन्होंने विपक्ष का नेता बनने में अनिच्छा दिखाई है.
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