पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा झटका लगा है. तोशेखाना मामले में चुनाव आयोग ने इमरान खान की संसद की सदस्यता रद्द कर दी है. दरअसल, सत्तारुढ़ गठबंधन सरकार के सांसदों ने इमरान खान के खिलाफ अगस्त में पाकिस्तान चुनाव आयोग के समक्ष मामला दर्ज कराया था. कहा जा रहा है कि इमरान खान पर गलत जवाब दाखिल करने का आरोप लगाया गया था.
पाकिस्तान के मुख्य चुनाव आयुक्त सिकंदर सुल्तान रजा की अध्यक्षता वाली 4 सदस्यीय पीठ ने यह फैसला दिया है. इस फैसले के बाद चुनाव आयोग कार्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पाकिस्तान में सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसदों ने चुनाव आयोग में एक याचिका दायर कर आरोप लगाया कि इमरान खान ने तोशेखाना में रखे उपहार सस्ते में खरीदे और उन्हें ऊंचे दामों पर बेच दिया था. इस मामले में चुनाव आयोग ने सभी पक्षों को सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था.
2018 में इमरान खान पीएम बने थे. अरब देशों की अपनी यात्रा के दौरान, उन्हें वहां के शासकों से महंगे उपहार मिले थे. इमरान ने उन्हें तोशेखाना में जमा कर दिया था. लेकिन बाद में इमरान खान ने उन्हें तोशेखाना से सस्ते दाम पर खरीद कर मुनाफे में बेच दिया था. पूरी प्रक्रिया को उनकी सरकार ने कानूनी प्रक्रिया की अनुमति दी थी.
पूर्व प्रधानमंत्री ने सुनवाई के दौरान चुनाव आयोग को बताया था कि उन्होंने ये तोहफे सरकारी खजाने से दिए थे. 2.15 करोड़ रुपया में खरीदा था और 5.8 करोड़ रुपया में बेच दिया था. उपहारों में एक ग्रेफ घड़ी, कफलिंक की जोड़ी, एक महंगा पेन, एक अंगूठी और चार रोलेक्स घड़ियाँ शामिल थीं.
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