झारखंड: राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए JMM के कार्यकर्ताओं ने रांची में मार्च निकाला. प्रवर्तन निदेशालय ने आज झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अवैध खनन मामले में पूछताछ के लिए रांची स्थित कार्यालय में पेश होने के लिए तलब किया था. सोरेन ईडी के समन पर पेश नहीं हुए, लेकिन इस बहाने भाजपा पर जमकर वार किया और इस पूरे मामले को राजनीतिक साजिश करार दिया.
अपने आवास के बाहर जमा हुए अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि वतर्मान की गठबंधन की सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र सरकार बनने के बाद से शुरू हुआ था. कई बार हमारे विरोधियों ने अपनी चाल को अंजाम देने का काम किया और हर बार उनको मुंह की खानी पड़ी है. इन लोगों ने हमेशा से यहां के आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों को बर्बाद करने का काम किया है. यह लोग कभी नहीं चाहते कि याहां के आदिवासी, दलित, पिछड़े कभी आगे बढ़े. इन लोगों को आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों से चिढ़ लगती है.
इसके अलावा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए आगे कहा कि अगर हमने गुनाह किया तो सीधा गिरफ़्तार करो… इन्होंने ED, भाजपा के कार्यालय की सुरक्षा बढ़ाई है. झारखंडियों से डर लगता है? अभी हमने कुछ किया भी नहीं, जब झारखंडी अपनी चीज़ों पर आ गए तो वह दिन दूर नहीं की आपको सिर छुपाने की भी जगह नहीं मिलेगी.
इसके अलावा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अगर उनको लगता है कि इतना संगीन गुनाह है तो सीधा गिरफ़्तार कर लेना चाहिए. यह हमारे विपक्ष का एक सुनियोजित षड्यंत्र है. मैं समझता हूं कि यह ED का समन नहीं बल्कि भाजपा के द्वारा उपयोग किया गया हथकंडा है.
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