उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर एक बार फिर से सवाल खड़े होने लगे हैं.
दरअसल लखीमपुर खीरी में एक 13 वर्षीय दलित छात्रा के साथ दरिंदगी की ऐसी घटना सामने आई है जिसे सुनकर इंसानियत भी शर्मसार हो गई है.
पहले तो दरिंदों ने लड़की का अपहरण किया उसके बाद गैंगरेप कर मौत के घाट उतार दिया.
मृतक पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने पीड़िता की आंख और जीभ को भी काट दी थी.
आंख और जीभ को भी काटने से पुलिस का इनकार
जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.
हालांकि लखीमपुर एसपी सत्येंद्र कुमार ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि हुई है.
लेकिन उन्होंने आंखे फोड़ने और जीभ काटे जाने की बात को गलत करार दिया.
उप्र के लखीमपुर खीरी में एक बेबस किशोरी से दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना है.
भाजपाकाल में उप्र की बच्चियों व नारियों का उत्पीड़न चरम पर है.
बलात्कार, अपहरण, अपराध व हत्याओं के मामले में भाजपा सरकार प्रश्रयकारी क्यों बन रही है? #NoMoreBJP
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 16, 2020
उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस मामला दर्ज कर दो लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई की जा रही है.
विपक्ष के निशाने पर योगी सरकार
लखीमपुर खीरी में 13 वर्षीय दलित छात्रा के साथ दरिंदगी की घटना सामने आने के बाद राज्य में सियासत गरम हो चुकी है.
पूर्व मुख्मयमंत्री अखिलेश और मायावती ने योगी सरकार को सवालों के कठघरे में खड़ा किया है.
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए ट्वीट कर लिखा- “उप्र के लखीमपुर खीरी में एक बेबस किशोरी से दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना है.
भाजपाकाल में उप्र की बच्चियों व नारियों का उत्पीड़न चरम पर है. बलात्कार, अपहरण, अपराध व हत्याओं के मामले में भाजपा सरकार प्रश्रयकारी क्यों बन रही है?”
वहीं मायावती ने सपा और भाजपा दोनों पर हमला बोलते हुए कहा कि यूपी के लखीमपुर खीरी के पकरिया गाँव में दलित नाबालिग के साथ बलात्कार के बाद फिर उसकी नृशंस हत्या अति-दुःखद व शर्मनाक.
ऐसी घटनाओं से सपा व वर्तमान भाजपा सरकार में फिर क्या अन्तर रहा? सरकार आजमगढ़ के साथ खीरी के दोषियों के विरूद्ध भी सख्त कार्रवाई करे, बीएसपी की यह माँग है”