वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दुनिया के सामने पाकिस्तान का चेहरा बेनकाब कर दिया है. बाइडेन ने पाकिस्तान को दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक बताया है. बाइडेन ने यह टिप्पणी परमाणु हथियारों के भंडार को लेकर की थी. बाइडेन ने कहा कि पाकिस्तान में सेना और सरकार के बीच तालमेल नहीं है, इसलिए यह दुनिया के लिए बड़ा खतरा बन सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने डेमोक्रेटिक कॉन्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तान पर तंज कसते हुए कहा है कि पाकिस्तान दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक है, क्योंकि वह परमाणु हथियारों का भंडार कर रहा है. इसके अलावा वहां सेना और सरकार के बीच कोई समन्वय नहीं है.
अमेरिका के बयान में विरोधाभास
एक तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पाकिस्तान के खिलाफ बयान दे रहे हैं. दूसरी ओर हथियारों की आपूर्ति लगातार जारी है. अमेरिका सैन्य सहायता के अलावा पिछले दरवाजे से आईएमएफ में वित्तीय सहायता भी दे रहा है. पिछले महीने, 8 सितंबर को, बाइडेन प्रशासन ने ट्रम्प प्रशासन के फैसले को उलट दिया और एफ-16 लड़ाकू विमानों के लिए पाकिस्तान को 45 मिलियन डॉलर (3,651 करोड़ रुपये) के उपकरण खरीदने की मंजूरी दी. इस फैसले को भारत के लिए झटका माना जा रहा है.
भारत ने पाकिस्तान को सैन्य सहायता प्रदान करने पर निराशा व्यक्त की थी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने अमेरिकी समकक्ष लॉयड ऑस्टिन को फोन किया और बात कर बताया था कि इस फैसले से भारत के हित कैसे प्रभावित होंगे. तब अमेरिका के सहायक रक्षा सचिव एली रैटनर ने कहा कि पाकिस्तान के लिए स्वीकार की गई सहायता भारत को किसी तरह का संदेश देने की बात नहीं है. यह सहायता अमेरिकी हितों और पाकिस्तान के साथ सैन्य सहयोग को देखते हुए स्वीकार की गई है, जिससे पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की भी सुरक्षा होगी.
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