मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि पटाखों और आतिशबाजी पर रोक धर्म अथवा पर्व को देखते हुए नहीं बल्कि प्रदेशवासियों की सेहत को देखते हुए लगाई है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के इस चुनौतीपूर्ण समय में प्रदेशवासियों के जीवन की रक्षा सर्वोपरि है और इसमें सभी का सहयोग बेहद आवश्यक है।
कोरोना से लड़ाई जीतने के बाद अगले वर्ष आप और हम सभी साथ मिलकर आतिशबाजी के साथ दीपोत्सव मनाएंगे। गहलोत ने सभी से अपील भी की है कि अपनी और दूसरों की सेहत का ख्याल रखते हुए पटाखे न चलाएं, दीये जलाकर हर्षोल्लास से दीपावली का त्यौहार मनाएं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री गहलोत ने कोरोना महामारी को देखते दीपावली पर पटाखे और आतिशबाजी पर रोक लगाई है ताकि कोविड रोगियों, अस्थमा रोगियों और अन्य बीमारियों से बचाव हो सके। इसको लेकर पटाखा व्यवसायियों ने हाईकोर्ट में भी याचिका लगाई थी। हाईकोर्ट ने भी इसे खारिज करते हुए सरकार के फैसले पर मुहर लगा दी है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकारी कर्मचारियों को दिया दीवाली तोहफा
राजस्थान में सरकारी कर्मचारियों के लिए दीवाली खुशखबरी लेकर आयी है। राज्य सरकार ने दीपावली बोनस देने का फैसला किया है और कोविड के कारण हर माह हो रही वेतन कटौती को भी अब स्वैच्छिक कर दिया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्णय के अनुसार बोनस का 25 प्रतिशत हिस्सा नकद देय होगा, 75 प्रतिशत राशि कर्मचारी के सामान्य प्रावधाई निधि खाते (जीपीएफ) में जमा करवाई जाएगी।
एक जनवरी 2004 एवं इसके बाद नियुक्त कर्मचारियों को देय तदर्थ बोनस एक पृथक योजना तैयार कर उसमें जमा कराया जाएगा। राज्य के 7.30 लाख से अधिक कर्मचारियों को बोनस देने से राजकोष पर 500 करोड़ का वित्तीय भार आएगा।