जयपुर: गांव की सरकार चुनने के लिए गहमागहमी शुरू हो गई है और लोकतंत्र में भागीदारी को लेकर कहीं उत्साह तो कहीं निराशा भी साफ दिखाई दे रही है। इस दौरान चुनाव ड्यूटी से मुक्ति पाने के लिए कर्मचारी तमाम तरकीब लड़ा रहे हैं और कोई बीमारी का बहाना कर रहा है तो कोई उम्र का तकाजा याद दिला रहा हैं, कि आंखों की रोशनी कम है, जिससे में लिखन-पढऩे के काम नहीं कर सकता। इसके चलते अब अधिकारियों का सिरदर्द बढ़ता जा रहा है।
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जयपुर जिले में चार पंचायत समिति की 361 ग्राम पंचायतों में चुनाव कराने के लिए 15 हजार से ज्यादा कर्मचारियों की भी जरूरत पड़ेगी। इस बार तो ज्यादा मतदान कर्मियों की जरूरत है, क्योंकि कोरोना की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग आदि का ख्याल जो रखना है। जिला निर्वाचन अधिकारी परेशान हैं। हाथ जोडकर कर्मचारियों से आग्रह कर रहे हैं कि मुझ पर अहसान कर दो। ये ड्यूटी कर लो। चुनाव की ड्यूटी पर न जाना पड़े इसके लिए कर्मचारी कई तरह के बहाने बना रहे हैं। Rajasthan Election Latest News
बेहतरीन बहाना कोविड-19
इस समय सबसे बेहतरीन बहाना चल रहा है कोरोना वायरस का। मतदान कर्मी ड्यूटी से बचने के लिए कह रहे हैं कि वो कोरोना वायरस से संक्रमित हैं या फिर घर में कोई सदस्य कोरोना संक्रमित हैं। चुनाव में ड्यूटी क्या लगी कार्मिकों को अपने बुजुर्ग माता-पिता की सेवा याद आ गई। किसी का ब्ल्ड प्रेशर बढ़ गया तो किसी का शुगर लेवल हाई हो गया। कई तो दिल के मरीज ही हो गए। इतना ही नहीं कई कार्मिकों ने तो हार्ड अटैक जैसी बीमारियों का भी प्रमाण पत्र चिकित्सक से ले लिया। Rajasthan Election Latest News
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अब मेडिकल बोर्ड से जांच
चुनाव ड्यूटी निरस्त कराने के लिए अब इन कार्मिकों को मेडिकल बोर्ड से जांच करानी होगी लेकिन वे उस जांच से बचना चाहते हैं। इसके पीछे कारण हैं अधिकांश कार्मिकों के आवेदन फर्जी हैं। जिला कलक्ट्रेट में ड्यूटी निरस्त कराने के लिए आवेदनों के आने का सिलसिला जारी है। चुनाव ड्यूटी निरस्त कराने के लिए कईयों ने तो अपना विकल्प भी ढूंढ़ लिया है। Rajasthan Election Latest News
कई कार्मिक दूसरे कार्मिक को विकल्प के रूप में लेकर पहुंचे हैं। वहीं कई ऐसे भी हैं, जिन्होंने अपनी मेडिकल की पुरानी पर्चियां ढूंढ़कर एक नई मोटी फाइल बना दी है। अब निर्वाचन विभाग की ओर से गठित मेडिकल बोर्ड की टीम तय करेगी की किसे बीमारी के चलते छूट दी जाए और किसका मामला फर्जी है।
यहां सबसे अधिक आवेदन
चुनाव में ड्यूटी निरस्त कराने के लिए सबसे ज्यादा आवेदन पीआरओ के आए। सबसे ज्यादा आवेदन द्वितीय मतदान कर्मचारी (पीओ 2) के निरस्त हुए। ड्यूटी निरस्त कराने के लिए बीमारी का कारण सबसे ज्यादा तृतीय मतदान कर्मचारियों (पीओ 3) ने किया। Rajasthan Election Latest News
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प्रदेश में पिछले पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव के मुकाबले अब होने वाले शेष चुनाव कई मायनों में अलग होंगे। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए मास्क लगाना,सोशल डिस्टेंसिंग की पालना और सेनिटाइजेशन के साथ ही कई अन्य नियमों का पालन करना अनिवार्य कर दिया गया है। चुनाव के दौरान मतदान कार्य के लिए 55 साल से अधिक आयु के कार्मिक नियुक्त नहीं किए जाएंगे लेकिन जरूरी होने पर उन्हें आरक्षित दल में रखा जा सकेगा।
यह भी है मामले Rajasthan Election Latest News
नगर निगम के कनिष्ठ अभियंता के पद पर कार्यरत एक कर्मचारी ने ड्यूटी निरस्त के लिए आवेदन किया और कहां माता-पिता को घर नहीं छोड़ सकता। वहीं, पीएचईडी के अधिशासी अभियंता के पद पर कार्यरत ने आवेदन में कहा, उसका वजन बढऩे के कारण चलने में दिक्कत होती है तथा ब्लड प्रेशर और शुगर बढ़ गई है। सरकारी स्कूल के व्याख्याता के अनुसार उसकी पत्नी पिछले काफी समय से बीमार है और उसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है, मुझे ही करना पड़ता है। Rajasthan Election Latest News