मौसम विभाग ने प्रदेश के डेढ़ दर्जन से अधिक जिलों में मध्यम व तेज बारिश की चेतावनी जारी करी है.
राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का सिलसिला चालु है.
अगस्त मेंअच्छी बारिश होनेसे राज्य सरकार और आमजन ने काफी राहत महसूस की तो सूखे का जो डर सावन में सता रहा था।
पिछले दो सप्ताह से प्रदेश के करीब आधा दर्जन जिलों में हो रही झमाझम बारिश के चलते मानसून सीजन में पहली अच्छी खबर आई है.
24 जून को प्रदेश में मानसून ने दस्तक दी.
लेकिन उसके बाद से ही प्रदेश में मानसून तंत्र कमजोर बना रहा, जिसके चलते औसत बारिश मानसून में रही.
लेकिन बीते दो सप्ताह से हुई अच्छी बारिश के चलते पहली बार औसत बारिश के पार आंकड़ा पहुंचा है, जो मानसून के लिहाज से अच्छी खबर है.
यह है हालात
राजस्थान में औसतन 521 मिलीमीटर बारिश होती है और अगस्त माह तक 446 मिलीमीटर बारिश हो गई है
यानी कुल औसत के मुकाबले 85 प्रतिशत से ज्यादा बारिश हो चुकी है।
अगस्त माह तक 439 मिलीमीटर बारिश होती है।
ऐसे में इस मानसून में पहली बार बारिश का आंकड़ा औसत के मुकाबले प्लस में गया है।
राजस्थान के आठ जिलों में सामान्य से अधिक और 17 में सामान्य बारिश हुई है।
बांधों और तालाबों में आया पानी
राजस्थान राज्य के कुल 742 जलाशयों में से 499 में पानी आ गया है।
दरअसल नदियां ज्यादा नही होने के कारण राजस्थान पेयजल के लिए बड़े बांधों और तालाबों पर निर्भर है।
एक पखवाड़े की बारिश में इनकी स्थिति भी सुधरी है और कुल क्षमता का 65 प्रतिशत पानी बांधों में आ गया है।
बीसलपुर, माही, जवाई बांध जैसे 22 बड़े बांधों में तो 80 प्रतिशत तक पानी है।
इससे पेयजल का संकट बहुत हद तक दूर हो गया है।