जयपुर: दौसा सांसद जसकौर मीणा ने शनिवार को एक के बाद एक ट्वीट कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार को आड़े हाथों लिया है।
सांसद ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस सरकार के 20 माह के कार्यकाल में कुशासन से प्रदेश का हर वर्ग त्रस्त हो चुका है।
अगर वैश्विक महामारी कोविड-19 और सोशल डिस्टेंसिंग की मर्यादा नहीं होती, तो आज किसान, नौजवान, मजदूर व आम उपभोक्ता सड़कों पर उतरता और सरकार के खिलाफ जमकर विरोध-प्रदर्शन करता।
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सांसद जसकौर के धडाधड ट्वीट्स का सिलसिला ऐसा चला कि महज़ 15 मिनट में ही उनके अकाउंट से होने वाली ट्वीट्स की संख्या 50 से अधिक हो गई।
ये सभी प्रदेश की गहलोत सरकार के विरोध में किए गए।
ज़्यादातर ट्वीट्स महिला अत्याचारों से जुड़े हुए रहे। इसके अलावा पानी-बिजली-रोज़गार सहित अन्य कई मुद्दों पर उन्होंने सरकार पर निशाना साधा।
अपराधों पर चिंता जताते हुए उन्होंने लिखा, ‘राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार चरम पर हैं।
दलित व नाबालिग लड़कियों के साथ गैंग रेप की घटनाएं हो रही हैं।
आंकड़े बताते हुए दौसा सांसद ने बताया कि प्रदेश में महिला अत्याचार की घटनाओं में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
हर रोज 9 नाबालिग बेटियों और 17 महिलाओं से रेप की वारदातें हो रही हैं।
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उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि गृह विभाग आपके पास होकर भी सरकार महिला सुरक्षा के मामले में बिल्कुल विफल साबित हो रही है।
बिजली मुद्दे पर भी जमकर घेरा
सांसद ने महिला अत्याचार के अलावा बिजली बिल में बढ़ोतरी को भी प्रमुखता से उठाया। उन्होंने लिखा, ‘प्रदेश सरकार ने कोरोना संकटकाल में पहले से बिजली के बिलों की मार झेल रहे उपभोक्ताओं से अब फ्यूल सरचार्ज के नाम पर वसूली शुरू की है, जो उनकी जेब पर भारी पड़ेगी।
सांसद ने कहा सरकार ना केवल आम व्यक्ति को बोझ दे रही है बल्कि प्रदेश की औद्योगिक कारखानो को बंद करने के कगार पर ला रही है।
उन्होंने सरकार को हर मोर्चे पर विफल करार दिया।