मोरबी : मोरबी केबल ब्रिज हादसे में 135 लोगों की मौत के बाद नगर निगम के मुख्य अधिकारी संदीप सिंह झाला को निलंबित कर दिया गया है. 30 अक्टूबर को मोरबी में केबल ब्रिज गिरने की घटना हुई थी.
मोरबी में केबल ब्रिज गिरने से 135 लोगों की मौत के बाद पुलिस कार्रवाई शुरू हुई और इस घटना में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री मोदी तक ने घटना स्थल का दौरा किया और जानकारी ली थी. इतना ही नहीं पीएम मोदी ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद अधिकारियों को निष्पक्ष जांच का निर्देश दिया था.
पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद मुख्य अधिकारी संदीप सिंह झाला से पूछताछ शुरू की है. मुख्य अधिकारी ने दावा किया कि पुल को बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के शुरू किया गया था. मुख्य अधिकारी ने कहा कि पता नहीं पुल का उद्घाटन कब हुआ, जिसके बाद जांच अधिकारी डीएसपी झाला के कार्यालय ने मुख्य अधिकारी से पूछताछ की गई थी.
मुख्य अधिकारी ने ओरेवा कंपनी पर लगाया था गंभीर आरोप
मुख्य अधिकारी संदीप सिंह झाला ने बताया कि नगर पालिका का झूलता पूल जर्जर हालत में था, उस वक्त इसका इस्तेमाल बंद कर दिया गया था. अजंता ओरेवा समूह ने इस पूल को मरम्मत और रखरखाव की तैयारी दिखाई थी. उसके बाद उनकी कलेक्टर के साथ बैठक भी हुई थी. उनकी ओर से फिटनेस सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया था. मोरबी नगर पालिका के अधिकारी ने यह भी दावा किया कि पुल खोलने से पहले ओरेवा कंपनी द्वारा गुणवत्ता जांच नहीं की गई थी.
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