कोरोना से मरने वाले व्यक्ति की बॉडी को अब उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया जाएगा।
लेकिन परिजनों को कोरोना संक्रमण फैलने से रुके इसके लिए के के प्रोटोकॉल का पालन करना पड़ेगा।
बैग में पैक करके दिया जाएगा और परिजन उसे खोलेंगे नहीं।
बॉडी को सीधे गांव या शहर के शमशान या कब्रिस्तान में ले जाएगा और अंतिम संस्कार करेगा।
बॉडी को खोलने की अनुमति नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि अब अस्पतालों में दम तोड़ने वाले सभी मृतकों की कोरोना जांच नहीं कराई जाएगी।
केवल सर्दी खांसी जुकाम या सांस में तकलीफ के साथ अन्य गंभीर बीमारियों से मरने वाले संदिग्धों की ही कोरोना की कराई जाएगी।
राजस्थान में 93000 से ज्यादा शिकार
राजस्थान में मंगलवार की सुबह 721 लोग और कोरोना के चपेट में आ गए हैं।
इसके बाद राजस्थान में अब तक93257 कोरोना के शिकार हो चुके हैं।
हालांकि प्रदेश में अब केवल15632 लोग संक्रमित बचे हैं।
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बाकी रोगी रिकवर हो चुके हैं या फिर डिस्चार्ज होकर अपने घर जा चुके हैं।
मंगलवार की सुबह 7 और लोगों की मौत और उनके कारण हो गई है।
इस प्रकार अब प्रदेश में कुल मौतों की संख्या 1158 हो गई है।
कोरोना का अभी कोई दवा या टीका नहीं हो पाया है ईजाद
कोरोना की रोकथाम और इसके संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है
लेकिन आमजन की सावधानी से ही कोरोना के कुचक्र को बढ़ने से रोका जा सकता है.
डॉ. शर्मा ने कहा कि कोरोना का अभी कोई दवा या टीका ईजाद नहीं हो पाया है.
दुनिया भर में संक्रमण के मामले में भारत अब 2 नंबर पर आ चुका है.
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देश भर में 90 हजार लोग एक दिन में संक्रमित हो रहे हैं.
अब तक देश में करीब 41 लाख लोग सक्रंमित हो चुके हैं.
राज्य पर भी इसका असर पड़ रहा है.
कुछ दिनों पहले तक प्रदेश में लगभग 1100 मरीज प्रतिदिन आ रहे थे,
यह नंबर अब 15 से ज्यादा तक पहुंच गया है.