नई दिल्ली: ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2022 में भारत 121 देशों में से 101 में से 107 पर गिरकर पहुंच गया है. अब पड़ोसी देश पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल और श्रीलंका ने भी इस सूचकांक में भारत को पीछे छोड़ दिया है.
ग्लोबल हंगर इंडेक्स वेबसाइट, जो भूख और कुपोषण पर नज़र रखती है, ने शनिवार को बताया कि चीन, तुर्की और कुवैत सहित 17 देशों ने जीएचआई स्कोर 5 से कम के साथ सूची में सबसे ऊपर हैं.
रिपोर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के 8 साल में 2014 से हमारा स्कोर खराब हुआ है. उन्होंने ट्विटर पर पूछा, “माननीय प्रधानमंत्री बाल कुपोषण, भूख और लाचारी के वास्तविक मुद्दों को कब ध्यान देंगे?”
आयरिश सहायता एजेंसी कंसर्न वर्ल्डवाइड और जर्मन संगठन वेल्ट हंगर हिल्फ़ द्वारा संयुक्त रूप से तैयार की गई एक रिपोर्ट में भारत में भुखमरी के स्तर को “गंभीर” बताया गया है. साल 2021 में भारत 116 देशों में 101वें स्थान पर था, लेकिन इस बार 121 देशों की सूची में भारत छह अंक फिसलकर 107वें स्थान पर आ गया है. वहीं, भारत के जीएचआई स्कोर में भी गिरावट आई है – 2000 में 38.8 से 2014 और 2022 के बीच 28.2-29.1 के बीच पहुंच गया है.
भारत की रैंकिंग गिरने के बाद, सरकार ने पिछले साल रिपोर्ट की आलोचना करते हुए कहा कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स की गणना के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पद्धति अवैज्ञानिक थी.
सूचकांक प्रकाशित करने वाले संगठन के अनुसार श्रीलंका 64वें, नेपाल 81वें, बांग्लादेश 84वें और पाकिस्तान 99वें स्थान पर है. दक्षिण एशिया में भारत से पीछे सिर्फ अफगानिस्तान है. इस सूचकांक में अफगानिस्तान 109वें नंबर पर है. उल्लेखनीय है कि सूडान, इथियोपिया, रवांडा, नाइजीरिया, केन्या, गाम्बिया, नामीबिया, कंबोडिया, म्यांमार, घाना, इराक, वियतनाम, लेबनान, गुयाना, यूक्रेन और जमैका जैसे देश भी इस सूचकांक में भारत से काफी ऊपर हैं.
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