अहमदाबाद: मोरबी में केबल ब्रिज गिरने की घटना के बाद आज राज्य में शोक की घोषणा की गई है. जिसमें सरकारी भवनों पर झंडा आधा झुका रहेगा. इसके अलावा सरकारी सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होंगे. ब्रिज हादसे में 135 लोगों की मौत हो चुकी है. अहमदाबाद के टैगोर हॉल में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया है. ब्रिज हादसे में मरने वालों को श्रद्धांजलि दी गई है. इस प्रार्थना सभा में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे.
आधिकारिक मनोरंजन पर भी प्रतिबंध
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अहमदाबाद के मेयर किरीट परमार, पूर्व गृह मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा के साथ कई भाजपा नेताओं ने मोरबी आपदा में मारे गए 135 लोगों को श्रद्धांजलि दी.
रविवार का दिन मोरबी में शोक की खबर लेकर आया था. शहर की शान माने जाने वाले केबल ब्रिज ने अनगिनत लोगों की जान ले ली. रविवार को छुट्टी होने के कारण इस पुल पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. पुल के गिरने का प्राथमिक कारण सामने आया है माना जा रहा है कि क्षमता से अधिक लोगों की वजह से पुल गिर गया. इस हादसे के बाद पूरे मोरबी में मातम का माहौल छाया हुआ है. श्मशान घाट में अंतिम संस्कार के लिए जहां लाइन लग गई थी.
सीएम ने राज्यव्यापी शोक का किया था ऐलान
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इससे पहले कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में गांधीनगर राजभवन में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई. इस बैठक में मोरबी की त्रासदी में मारे गए लोगों के शोक में अगली तारीख 2 नवंबर को गुजरात में राज्यव्यापी शोक मनाने का निर्णय लिया गया है. राज्य में सरकारी भवनों पर 2 नवंबर को राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई भी सरकारी सार्वजनिक समारोह, स्वागत या मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा.
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