गुजरात के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता जयनारायण व्यास ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस की पहली सूची कल देर रात जारी की गई. उसी रात व्यास ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है. जय नारायण व्यास ने भाजपा से 32 साल पुराना नाता तोड़ लिया और जल्द ही वह किसी अन्य पार्टी में शामिल होकर नई राजनीतिक पारी खेलने की तैयारी कर रहे हैं.
बता दें कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता जयनारायण व्यास सही को सही और गलत को गलत कहने में कभी नहीं हिचकिचाते. इसी वजह से उन्हें बीजेपी से दरकिनार कर दिया गया था. अहमदाबाद के रहने वाले जय नारायण व्यास ने उत्तर गुजरात के अधिकांश हिस्सों में पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए अथक प्रयास किया है.
अगर उन्हें बीजेपी ने दरकिनार नहीं किया होता तो खेरालू समेत इलाके अब हरे-भरे हो जाते और लोगों की आमदनी भी बढ़ जाती. हालांकि, लोगों के मुद्दों पर जय नारायण व्यास के काम को देखकर कई नेता उनसे खतरा महसूस करने लगे थे इसीलिए उनको दरकिनार कर दिया गया था.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले जयनारायण व्यास ने राजस्थान के मुख्यमंत्री और गुजरात के विशेष चुनाव अधिकारी अशोक गहलोत के साथ अहमदाबाद सर्किट हाउस में अचानक मुलाकात की थी. कहा जा रहा था कि बैठक बंद दरवाजों के पीछे हुई और इन दोनों नेताओं के बीच 45 मिनट तक अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा हुई थी.
अब जबकि जयनारायण व्यास के कांग्रेस में शामिल होने की बात जोर पकड़ चुकी है, अगर ऐसा कोई दिग्गज नेता कांग्रेस में शामिल होता है, तो उनका स्वागत करना चाहिए और लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए उनकी क्षमताओं का उपयोग करने के लिए उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी देनी चाहिए. जयनारायण व्यास गुजरात में एकमात्र ऐसे नेता रहे हैं जो गुजरात सरकार, भाजपा संगठन और कुछ हद तक केंद्र सरकार की नीतियों के आलोचक रहे हैं. भाजपा के अन्य नेताओं ने कभी भी केंद्र के किसी भी फैसले को चुनौती देने की हिम्मत नहीं की है.