विशाल मिस्त्री राजपीपला: गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए बीटीपी ने कांग्रेस, एआईएमआईएम, आप के बाद जदयू के साथ गठबंधन की घोषणा की है. विधायक छोटूभाई वसावा, गुजरात राज्य जदयू अध्यक्ष विश्वजीत सिंह और बीटीपी कार्यालय में अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में गठबंधन और टिकट के संबंध में चर्चा हुई. गौरतलब है कि 2017 में जब नीतीश कुमार ने जदयू की कमान संभाली थी तो शरद यादव उनसे अलग हो गए थे. शरद यादव के साथ छोटूभाई वसावा भी अलग हो गए थे और फिर अपनी नई पार्टी बीटीपी बनाई थी.
इस संबंध में बीटीपी के संरक्षक और झगडिया से विधायक छोटूभाई वसावा ने कहा कि हमने जदयू के साथ गठबंधन किया है क्योंकि हम खराब शासन चलाने वालों को हटाना चाहते हैं, हम चुनाव में एक दूसरे की मदद करेंगे. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुजरात में चुनावी प्रचार के लिए आएंगे. देश और राज्य के लोगों को धोखा देने वालों का हम विरोध करेंगे. भाजपा ने ईवीएम के साथ भारी सेटिंग की है, भाजपा ने गुजरात में अरविंद केजरीवाल को ढाल के रूप में लाया है. केवड़िया में भाजपा सरकार ने 70 गांव के लोगों का सफाया कर दिया है, सारे गांवों को तबाह कर दिया. अब भाजपा को आदिवासियों से वोट मांगने में शर्म आनी चाहिए. भाजपा ने आदिवासियों के साथ भेदभाव किया है और उन्हें उनके अधिकारों से वंचित किया है.
जबकि गुजरात राज्य जदयू के अध्यक्ष विश्वजीत सिंह ने कहा कि हम दोनों भाई अलग हो गए थे लेकिन अब हम साथ आ गए हैं. चुनाव प्रचार में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय अध्यक्ष लल्लन सिंह, महासचिव केसी त्यागी, राजद के तेजस्वी यादव जैसे नेता हमारे उम्मीदवारों के प्रचार के लिए गुजरात आएंगे. इसके अलावा टिकट आवंटन के मुद्दे पर एक दो दिनों में फैसला किया जाएगा.
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