अहमदाबाद: एक टीवी डिबेट शो के दौरान जब एंकर ने आम आदमी पार्टी के नेता और कांग्रेस प्रवक्ता से पूछा कि आप लोगों को क्या दिक्कत है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि गुजरात को उनकी सरकार ने विकास का राह दिखाया है. बीजेपी पिछले 27 सालों से राज कर रही है. 2001 से नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट डाले जा रहे हैं. उन्हें दिल्ली में गुजरात मॉडल पर सत्ता मिली, फिर आप क्यों कह रहे हैं कि बीजेपी गुजरात के लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है?
इस सवाल के जवाब में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि गुजरात पिछले 27 सालों से बेरोजगारी से जूझ रहा है. गुजरात के सरकारी स्कूलों का हाल बेहाल है. आम आदमी पार्टी के गुजरात पहुंचने के बाद 27 साल में पहली बार नरेंद्र मोदी और देश के गृह मंत्री अमित शाह गुजरात के सरकारी स्कूलों का दौरा कर रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि पीएम और गृह मंत्री के लिए फर्जी सरकारी स्कूल तैयार किया जा रहा है, ताकि उनका फोटो एप सेशन हो सके.
मोरबी की घटना को लेकर बीजेपी पर हमला
इसके अलावा संजय सिंह ने गुजरात के मोरबी की घटना को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस पुल की मरम्मत के लिए 1.5 करोड़ का टेंडर दिया गया था और 12 लाख रुपये खर्च कर इसे दूसरी बार लोगों के लिए खोल दिया गया. इस घटना में 50 से ज्यादा बच्चों समेत 150 से ज्यादा लोगों की जान चली गई. अभी तक उस कंपनी के मालिक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. 150 से ज्यादा लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन?
गुजरात में कांग्रेस-भाजपा के बीच इलू-इलू: संजय सिंह
आम आदमी के प्रवक्ता संजय सिंह ने गुजरात में आम आदमी पार्टी की मौजूदगी पर कहा कि पिछले 27 सालों में गुजरात का युवा बेरोजगारी से तबाह हो गया है. गुजरात में पुलिस कर्मियों, सरकारी कर्मचारियों को उप ठेके पर रखा जा रहा है. ऐसे में आम आदमी पार्टी को एक उम्मीद के तौर पर देखा जा रहा है. हमने गुजरात में गांव-गांव जाकर 300 यूनिट मुफ्त बिजली कार्ड भरे हैं. हमने गांवों के युवाओं को 3000 बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया है. कांग्रेस के एक नेता का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह बीजेपी को वोट देने की बात कह रहे हैं, वहीं बीजेपी कांग्रेस को वोट देने की बात कह रही है. इस तरह गुजरात में दोनों पार्टियों का इलू-इलू कनेक्शन सामने आया है.
#बैठकपुराण सूरत (पश्चिम): पूर्णत: बीजेपी का गढ़, लेकिन क्या इस बार पूर्णेश होगा?