नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के दोषियों को रिहा करने के आदेश पर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है. कांग्रेस ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों को बरी करने का सुप्रीम कोर्ट का फैसला पूरी तरह से अस्वीकार्य और गलत है. कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि सुप्रीम कोर्ट ने देश की भावना से काम नहीं किया.
सुप्रीम कोर्ट ने आज 11 नवंबर को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे नलिनी और आरपी रविचंद्रन समेत छह आरोपियों को रिहा करने का निर्देश दिया है. कोर्ट ने कहा कि इस मामले में आरोपी पेरारिवलन को रिहा करने का आदेश बाकी आरोपियों पर भी लागू होगा. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने इस साल मई में पेरारिवलन की रिहाई का आदेश दिया था.
“सुप्रीम कोर्ट का फैसला अस्वीकार्य”
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के अन्य हत्यारों को मुक्त करने का SC का निर्णय अस्वीकार्य और पूरी तरह से गलत है. कांग्रेस इसकी आलोचना करती है और इसे पूरी तरह से अक्षम्य मानती है. दुर्भाग्यपूर्ण है कि सुप्रीम कोर्ट ने भारत की भावना के अनुरूप काम नहीं किया.
31 साल पहले राजीव गांधी की हुई थी हत्या
21 मई 1991 को एक चुनावी रैली के दौरान तमिलनाडु में एक आत्मघाती हमले में राजीव गांधी की मौत हो गई थी. इस मामले में पेरारिवलन समेत 7 लोगों को दोषी ठहराया गया था. टाडा कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने पेरारिवलन को मौत की सजा सुनाई थी. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने दया याचिका में देरी करते हुए मौत की सजा को उम्रकैद में बदल दिया था.
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