हांगकांग: दुनिया के कुछ देशों में कोरोना महामारी की रफ्तार धीमी हो गई है, जबकि चीन में यह तेजी से फैल रही है. कोरोना वायरस की शुरुआत के बाद से अब तक के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. चीन में बुधवार को 31,454 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए, जिनमें से 28 हजार मरीजों में संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं. हालांकि, चीन की ओर से सार्वजनिक आंकड़ों को लेकर शुरू से ही संदेह जताया जाता रहा है.
इससे पहले अप्रैल में रिकॉर्ड मामले दर्ज किए गए थे
अप्रैल में यहां एक दिन में कोरोना के 29,390 मामले सामने आए थे, जिसके बाद शंघाई में लॉकडाउन लागू कर दिया गया था. इस दौरान सख्त पाबंदियां लागू रहीं और लोगों को जरूरी सामान खरीदने तक के लिए मशक्कत करनी पड़ी. जून में शंघाई से प्रतिबंध हटाए जाने के बाद मामलों में वृद्धि हुई थी, जिसके बाद प्रसारण कई महीनों तक सीमित रहा, लेकिन अब फिर से गति पकड़ ली है.
लॉकडाउन से 41 करोड़ लोग प्रभावित
कोरोना मामलों की ताजा लहर दक्षिणी शहर ग्वांगझू, बीजिंग और मध्य चीन के कुछ हिस्सों में सबसे अधिक प्रभावित हुई है, जिसके कारण अधिकारी इन क्षेत्रों में प्रतिबंध लागू कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में सोमवार तक करीब 41 करोड़ लोग लॉकडाउन से प्रभावित हुए थे. अर्थव्यवस्था की बात करें तो लॉकडाउन की वजह से 20 फीसदी अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ा है.
चीन में कुछ प्रतिबंध लागू हैं
1.4 अरब की आबादी वाले चीन में डेली केस की संख्या ज्यादा नहीं है, लेकिन यहां जीरो-कोविड पॉलिसी के तहत इक्का-दुक्का मामले सामने आते ही पूरे शहर को बंद कर दिया जाता है और संक्रमित लोगों को क्वारंटीन में रहना पड़ता है. महामारी को धीमा करने के लिए लॉकडाउन, बड़े पैमाने पर परीक्षण और यात्रा प्रतिबंध जैसे उपाय किए जा रहे हैं.