नई दिल्ली: प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने समाचार चैनल एनडीटीवी को खरीदने के लिए अडानी समूह की खुली पेशकश के बीच निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है. मंगलवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को भेजे गए पत्र में कंपनी ने कहा कि मंगलवार को हुई बोर्ड की बैठक में निदेशकों प्रणय और राधिका रॉय के इस्तीफे को मंजूरी दी गई और सुदीप्त भट्टाचार्य, संजय पुगलिया और सेंथिल चांगलवार्यन को बोर्ड में शामिल किया गया.
ओपन ऑफर कैसे लाया गया?
जब अगस्त में यह बताया गया कि गौतम अडानी के अडानी समूह ने NDTV में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है, तो समूह ने कहा कि वह 26 प्रतिशत और हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक खुली पेशकश लाएगा. समूह ने 22 नवंबर को खुली पेशकश शुरू की जो 5 दिसंबर तक जारी रहेगी. हालांकि, जब अगस्त में पार्टनरशिप खरीदने की बात आई तो एनडीटीवी ने कहा कि यह डील फाउंडर्स की सहमति के बिना की गई थी.
क्यों लाया ओपन ऑफर?
अधिग्रहणकर्ता कंपनी के शेयरधारकों को एक निर्दिष्ट राशि के लिए अपने शेयर बेचने के लिए एक खुली पेशकश करता है. यह तब किया जाता है जब कंपनी के सार्वजनिक शेयरधारिता का 25 प्रतिशत से अधिक का मालिक होता है. अडानी ग्रुप की कंपनी में 29.18 फीसदी हिस्सेदारी है और इससे उसे कंपनी पर नियंत्रण भी मिल सकता है. ऐसे में ग्रुप को ओपन ऑफर लाना पड़ा ताकि कंपनी छोड़ने के इच्छुक छोटे शेयरधारक अपने शेयर बेच सकें.
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