वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भरोसा दिया है कि सरकार आम लोगों को महंगाई से राहत देगी. वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर लगातार नजर रख रही है और महंगाई को कम करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी. उन्होंने कहा कि सरकार लगातार महंगाई पर नजर रख रही है और इसे नीचे लाने के लिए कई उपाय किए गए हैं.
सरकार कम करेगी महंगाई!
अनुदान की मांग से संबंधित विधेयक पर लोकसभा में चर्चा करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मुद्रास्फीति को कम करने के सरकार के प्रयासों के बारे में कहा कि अंतर-मंत्रालयी समिति बफर स्टॉक और दाल की कीमतों पर हर हफ्ते चर्चा करती है. दालों पर आयात शुल्क घटाकर शून्य कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में आठ रुपये और डीजल पर छह रुपये प्रति लीटर की कटौती की है. इन उपायों की वजह से ताजा खुदरा महंगाई दर आरबीआई के सहनशीलता लेवल के दायरे में आ गई है. उन्होंने कहा कि नवंबर में खुदरा महंगाई दर 5.88 फीसदी रही, जबकि थोक महंगाई भी 21 महीने के निचले स्तर पर आ गई है.
रुपया सबसे मजबूत करेंसी
डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी को लेकर वित्त मंत्री ने एक बार फिर बयान दिया है. वित्त मंत्री ने कहा कि दुनिया की बाकी करेंसी के मुकाबले भारतीय करेंसी सबसे मजबूत है. उन्होंने कहा कि भारतीय मुद्रा ने दुनिया के अन्य उभरते देशों की मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है.
महंगा हुआ आटा, चावल और दाल
एक महीने में खुदरा बाजार में गेहूं और दाल के दाम क्रमश: 5 फीसदी और 4 फीसदी बढ़े हैं. पाम ऑयल को छोड़कर लगभग सभी खाद्य तेलों की कीमतों में भी इस दौरान बढ़ोतरी हुई है. कमर तोड़ महंगाई लोगों को रुला रही है. जहां एक तरफ दिन-ब-दिन हर चीज के दाम बढ़ते जा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ केंद्र की मोदी सरकार ने जीवन जरूरत की चीजों पर जीएसटी लगाकर आम आदमियों को उनके हाल पर छोड़ दिया है. इन सबके बीच रुपया भी अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया है.
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