कांग्रेस अध्यक्ष ल्लिकार्जुन खड़गे के एक बयान को लेकर भाजपा हमलावर हो गई है. एक के बाद एक भाजपा नेता उनके बयान पर पलटवार कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने इस मामले को लेकर कहा कि जिस भाषा का प्रयोग मल्लिकार्जुन खड़गे ने किया है वो आज की कांग्रेस की स्तरहीन राजनीति का परिचायक है. चाहे 1962 का युद्ध हो, 40,000 स्क्वायर किलोमीटर अक्साई चिन के नाम पर चीन को उपहार देने का काम हो या बॉडर पर इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित न करना हो, पहले की तुलना में अब इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा है… मैं इनकी अगर पशुओं से तुलना भी करुं तो शायद उन पशुओं की बेइज्जती होगी.
वहीं इस मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि कांग्रेस इतने निचले स्तर पर गिर जाएगी ये किसी ने नहीं सोचा था. आजादी की लड़ाई में पूरा देश बलिदान देने के लिए तैयार था. वे लोग किसी दल के रूप में काम नहीं कर रहे थे.
एक और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने खड़गे पर पलटवार करते हुए कहा कि एक राजनीतिक दल के अध्यक्ष इस तरह बोलेंगे जिसको सुनकर हम सबको बहुत खराब लगता है, इसकी निंदा करना भी मुझे उचित नहीं लगता. हम दुश्मन नहीं प्रतिद्वंदी हैं. मल्लिकार्जुन खड़गे ने जो गलत शब्दों का इस्तेमाल किया है इसी वजह से राजनीतिक स्तर गिरता है.
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने इस मामले को लेकर कहा कि हम मानते हैं कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने देश के लिए बलिदान दिया है लेकिन भाजपा का कोई कुत्ता भी नहीं मरा है, इस तरह के शब्द ठीक नहीं है. भाजपा के लोग भी आंदोलन में शामिल रहे हैं. मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान का हम विरोध करते हैं.
खड़गे के इस बयान पर मचा हंगामा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने देश को आज़ादी दिलाई और देश की एकता के लिए इंदिरा और राजीव गांधी ने अपनी जान की क़ुर्बानी दी. हमारे पार्टी के नेताओं ने अपनी जान दी, आपने क्या किया? आपके घर में कोई देश के लिए कुत्ता तक मरा है? क्या(किसी ने) कोई क़ुर्बानी दी है? नहीं.
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