गुजरात की आर्थिक राजधानी सूरत धीरे-धीरे क्राइम का हब बनता जा रहा है. सूरत में दिन दहाड़े एक बच्ची का गला काट दिया गया. जिसके बाद बच्ची की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है. इस घटना के बाद गुजरात कांग्रेस ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें आरोप लगाया गया कि गुजरात में बेटी बचाओ का नारा सिर्फ कागजों पर है, गुजरात में महिलाओं के खिलाफ अपराध दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं, गुजरात में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. जो गृह विभाग की नाकामी दिखा रही है.
गुजरात कांग्रेस ने दावा किया कि गुजरात में रोजाना औसतन पांच रेप की घटना घटित होती है इसमें से अहमदाबाद में दो रेप का केस दर्ज होता है. गुजरात में पिछले दो सालों में रेप की करीब 3800 और गैंगरेप की 60 से ज्यादा घटनाएं हुई हैं. अहमदाबाद पूरे देश में अठारह साल से कम उम्र की बच्चियों से बलात्कार के मामले में पांचवें स्थान पर, अठारह साल से कम उम्र की बच्चियों के साथ शारीरिक शोषण के मामले में छठे स्थान पर है. इतना ही नहीं कांग्रेस ने दावा किया है कि बलात्कार के 100 में से 79 आरोपी जेल से छूट चुके हैं.
गुजरात में साइबर अपराध में 274 प्रतिशत की वृद्धि
गुजरात में साइबर अपराध में 274 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, साइबर अपराध के 1,536 मामलों के साथ गुजरात देश में आठवें स्थान पर है. साइबर अपराधों की जांच, अभियोजन आदि के लिए गुजरात में केवल 14 साइबर अपराध पुलिस स्टेशन हैं. कांग्रेस पार्टी ने मांग की है कि गुजरात सरकार को सभी जिलों में साइबर अपराध थाने स्थापित करने चाहिए. पिछले दो साल में देश में साइबर क्राइम की 16 लाख से ज्यादा घटनाएं हुई हैं, लेकिन सिर्फ 32 हजार शिकायतें दर्ज हुई हैं.
गुजरात कांग्रेस ने दावा करते हुए कहा कि गुजरात में साल 2021 में 963 ऑनलाइन फ्रॉड हुए हैं. महिलाओं के यौन उत्पीड़न सहित कुल 104 मामले सामने आए है. गुजरात में 2017 में 458, 2018 में 702, 2019 में 784, 2020 में 1283 और 2021 में 1,536 साइबर अपराध दर्ज किए गए है.
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