नई दिल्ली: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में एक साल से ज्यादा का समय रह गया है. सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी सत्ता में वापसी के लिए अभी से रणनीति बनानी शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि पार्टी सरकार से लेकर संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है. हालांकि 2024 से पहले बीजेपी को 2023 में 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव का सामना करना है.
पहले सरकार
कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रियों की टीम में बदलाव हो सकता है. पीएम मोदी तीन कारणों से मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकते हैं जिसमें संगठन और मंत्रिपरिषद में लैंगिक समीकरण को संभालना, प्रदर्शन न करने वालों को बाहर का रास्ता दिखाना और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट के नेताओं को शामिल करना शामिल है.
ऐसा भी बताया जा रहा है कि पीएम मोदी सरकार के मोर्चे पर चुनाव की तैयारी कर रहे हैं, उन्होंने अपने सभी मंत्रियों के प्रदर्शन की समीक्षा की है. एक नेता ने कहा, मूल्यांकन केंद्र से की गई पहलों के कार्यान्वयन और लोगों के जीवन पर उनके प्रभाव के मामले में मंत्रालय या विभाग के प्रदर्शन पर आधारित है. उन्होंने कहा कि सरकार और संगठनात्मक स्तर पर बदलाव में लैंगिक समानता भी एक बड़ा कारक होगी. इसके अलावा गुजरात और हिमाचल प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी के प्रदर्शन पर विचार किया जाएगा.
2019 में इन सीटों पर बीजेपी की हार हुई थी
देश के अलग-अलग राज्यों की कुछ सीटे बीजेपी के लिए चुनौतीपूर्ण मानी जा रही इन सीटों पर 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि, अब बीजेपी ने ऐसी सीटों की नई लिस्ट तैयार की है, जिनमें से कुछ ऐसी सीटें हैं, जहां पार्टी ने जीत दर्ज की थी. लेकिन पार्टी का मानना है कि यह क्षेत्र स्थानीय सामाजिक और राजनीतिक कारणों से चुनौती दे रहा है.
बीजेपी का गेमप्लान
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी इन 160 सीटों पर वोटरों तक पहुंच बढ़ाने और सांगठनिक तंत्र के विस्तार के लिए काम कर रही है. इसके लिए पार्टी ने बड़ी संख्या में केंद्रीय मंत्रियों को इस कवायद में शामिल करने का खाका तैयार किया है. पार्टी के शीर्ष नेता इन सीटों पर पार्टी की गतिविधियों की नियमित समीक्षा भी करते हैं.
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