केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इन दिनों जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर हैं, उनके दौरा का कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. शाह जहां सरकारी योजनाओं का उद्घाटन कर रहे हैं वहीं वह स्थानीय नेताओं से मुलाकात भी कर रहे हैं. जम्मू-कश्मीर में शाह की सक्रियता के बाद जल्द चुनाव होने के आसार दिखने लगे हैं. उनके इस दौरे को जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के प्रचार अभियान की शुरुआत के तौर पर भी देखा जा रहा है. इस बीच आज बारामूला में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर जमकर वार किया.
बारामूला में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पहले यह टेररिस्ट हॉटस्पॉट था आज टूरिस्ट हॉटस्पॉट है. पहले यहां साल के 6 लाख सैलानी आते थे आज यहां अक्टूबर तक 22 लाख सैलानी आए हैं. इससे कई युवाओं को रोज़गार मिला है. जिन्होंने यहां 70 साल राज किया वे मुझे पाकिस्तान से बात करने की सलाह देते हैं. मेरा स्पष्ट मत है कि मैं पाकिस्तान से बात नहीं करना चाहता. मैं बारामूला, कश्मीर के युवाओं से बात करना चाहता हूं. आज देश के सभी राज्य आगे बढ़ रहे हैं कश्मीर को भी देश के साथ चलना है.
इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने एक बार फिर वहां की स्थानिक राजनीतिक दल पर निशाना साधते हुए कहा कि गुपकर मॉडल में युवाओं के लिए पत्थर, बंद कॉलेज, बंदूक है और मोदी मॉडल में युवाओं के लिए IIM, IIT, AIIMS, NEET हैं. युवाओं के लिए पढ़ाई-लिखाई है. उन्हें पत्थर नहीं चाहिए. युवाओं के हाथ में से पत्थर लेकर पढ़ाई-लिखाई कराने का कम मोदी जी ने किया है.
इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि जैसे ही चुनाव आयोग का मतदाताओं की सूची बनाने का काम खत्म होगा, पूरी ताकत से चुनाव होंगे. आपके द्वारा चुने गए नुमाइंदा शासन करेंगे. पहले के परिसीमन में 3 परिवार के लोग ही चुनकर आते थे. चुनाव आयोग ने जो परिसीमन किया है उसमें आपके नुमाइंदे ही शासन करेंगे.