नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर का उद्घाटन 1 जनवरी 2024 को होगा. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को यह जानकारी दी है. खास बात यह है कि देश में 2024 में ही लोकसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख को बीजेपी की वोट पॉलिटिक्स से भी जोड़कर देखा जा रहा है. अमित शाह ने राम मंदिर निर्माण और उसके उद्घाटन की घोषणा को लेकर कहा कि कांग्रेस ने कोर्ट में राम मंदिर निर्माण में रोड़ा अटकाया था. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण की शुरुआत की.
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने त्रिपुरा में बीजेपी की जन विश्वास यात्रा को संबोधित करते हुए अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन की तारीख की घोषणा की थी. शाह ने दावा करते हुए कहा कि 1 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर तैयार मिलेगा. त्रिपुरा की जनता इसके दर्शन के लिए टिकट बुक करवा ले.
इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कम्युनिस्ट सरकार द्वारा बना हिंसा का वातावरण खत्म हो गया है. कम्युनिस्टों ने त्रिपुरा को ड्रग्स और नशे का अड्डा बनाकर रखा था. बांग्लादेश से घुसपैठियों के लिए दरवाजे खोले थे. BJP ने घुसपैठ और ड्रग्स को रोका, युवाओं को रोजगार की ओर ले जाने का काम किया. ये हरा-भरा क्षेत्र पर्यटकों को देशभर से लाने की क्षमता रखता है, लेकिन पहले यहां आधारभूत संरचना नहीं थी. भाजपा की सरकार ने विकास कर त्रिपुरा के पर्यटन को 11 गुना बढ़ाने की बात की है.
जन विश्वास यात्रा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आपका प्यार बताता है कि अगली सरकार बीजेपी की बनने वाली है. लगभग 3 दशक तक कम्युनिस्टों ने यहां शासन किया लेकिन त्रिपुरा की समस्याओं का समाधान नहीं किया. कम्युनिस्ट सरकार ने त्रिपुरा के कर्मचारियों को 5वें वेतन आयोग में समेटकर बैठी थी और बिप्लब भाई ने उनको 7वां वेतन आयोग दिया. कांग्रेस देश में समाप्त हो गई है और कम्युनिस्ट दुनिया में समाप्त हो गई है.
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