नई दिल्ली: दिल्ली मेयर चुनाव को लेकर एक बार फिर सरकार और उपराज्यपाल आमने-सामने आ गए हैं. उपराज्यपाल ने शुक्रवार को होने वाले मेयर चुनाव के लिए भाजपा पार्षद सत्या शर्मा को चुनाव अधिकारी नियुक्त किया है, जबकि सरकार चाहती थी कि आम आदमी पार्टी के पार्षद को यह जिम्मेदारी दी जाए. इस मामले में दिल्ली सरकार ने चुनाव अधिकारी के लिए आम आदमी पार्टी के पार्षद मुकेश गोयल के नाम का प्रस्ताव उपराज्यपाल को भेजा था. चुनाव अधिकारी का काम शुक्रवार को दिल्ली नगर निगम में मेयर का चुनाव कराना होगा.
आम आदमी पार्टी का कहना है कि बीजेपी पार्षद सत्या शर्मा दूसरी बार पार्षद बने हैं. जबकि मुकेश गोयल 1997 से पार्षद हैं. दूसरी ओर, भाजपा ने कहा कि उपराज्यपाल ने सत्या शर्मा को नियुक्त किया है, जो दूसरी बार पार्षद और पूर्व में महापौर रह चुके हैं.
शुक्रवार को एमसीडी मेयर का चुनाव
6 जनवरी 2023 को दिल्ली नगर निगम के मेयर पद के लिए चुनाव होगा. इसके साथ ही डिप्टी मेयर व स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य भी चुने जाएंगे. उसके लिए मतपत्र का कलर कोड तय किया गया है. सुबह 11 बजे से मेयर चुनाव के लिए वोटिंग शुरू होगी.
मेयर प्रत्याशी
रेखा गुप्ता (भाजपा)
शैली ओबेरॉय (आप)
डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवार
कमल बागड़ी (भाजपा)
अली मोहम्मद इकबाल (आप)
इस तरह दिलचस्प हो गया दिल्ली मेयर का चुनाव
दिल्ली में मेयर का चुनाव दिलचस्प होने वाला है. एमसीडी में आम आदमी पार्टी को बहुमत मिला है. यह जानते हुए भी भाजपा ने अपना मेयर प्रत्याशी उतारा है.
आंकड़ों के मामले में आम आदमी पार्टी बीजेपी से काफी आगे है. विधानसभा में संख्याबल के आधार पर मनोनीत 14 में से 13 विधायक आम आदमी पार्टी के हैं और मेयर के चुनाव में मतदान करेंगे. 10 सांसदों के पास मतदान का अधिकार है, जिनमें से 7 बीजेपी के हैं और 3 राज्यसभा सांसद आम आदमी पार्टी के हैं. मतदान के अधिकार रखने वाले कुल 274 निर्वाचित सदस्यों में से आम आदमी पार्टी के पास 150 वोट हैं जबकि भारतीय जनता पार्टी के पास केवल 113 वोट हैं.
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