बीजिंग: चीन के प्रमुख शहरों में हजारों लोग देश की शून्य-कोविड नीति के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं. सड़क पर प्रदर्शन कर रहे लोगों में सरकार के खिलाफ आक्रोश दिख रहा है. शिनजियांग प्रांत की राजधानी उरुमकी में एक इमारत में आग लगने से 10 लोगों की मौत हो गई. जिससे चीन में गुस्सा फैल गया है. बीजिंग में एक नदी के किनारे 400 से ज्यादा लोग घंटों तक प्रदर्शन करते देखे गए.
चीन में लॉकडाउन के चलते बिल्डिंग में आग लगने के कारण घायलों को अस्पताल नहीं ले जाया जा सका. चीनी सोशल मीडिया पर यह खबर जंगल की आग की तरह फैल गई, जिसके बाद लोग आक्रोशित हो गए और सड़कों पर उतर आए.
प्रदर्शनकारियों ने बीच सड़क पर कार को रोक कर चक्काजाम कर दिया. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे. डाउनटाउन शंघाई में प्रदर्शनकारियों के साथ पुलिस की झड़प देखी गई रात भर भीड़ जमा रही, प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग के खिलाफ जमकर नारे लगाए और अपनी नाराजगी व्यक्त किया.
एक विदेशी ने कहा कि ऐसा लगता है कि पुलिस प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले संदिग्ध की तलाश कर रही है. दरअसल जीरो-कोविड पॉलिसी के तहत इक्का-दुक्का मामले सामने आते ही पूरे शहर को बंद कर दिया जाता है और संक्रमित लोगों को क्वारंटीन में रहना पड़ता है. महामारी को धीमा करने के लिए लॉकडाउन, बड़े पैमाने पर परीक्षण और यात्रा प्रतिबंध जैसे उपाय किए जा रहे हैं. लेकिन अब चीन में इश पॉलिसी के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है.
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