अहमदाबाद: बॉलीवुड अभिनेता परेश रावल ने गुजरात विधानसभा चुनावी प्रचार के दौरान एक के बाद एक विवादस्पद बयान दे रहे हैं. पहले उन्होंने महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया था. लेकिन अब बंगालियों को लेकर ऐसा कुछ कह दिया जिससे उनकी काफी आलोचना हो रही है. लेकिन बढ़ते विवाद के बीच परेश रावल ने मांफी मांग ली है.
पूर्व सांसद और अभिनेता गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक हैं. वलसाड में उन्होंने कहा कि गुजरात के लोग महंगाई सहन कर लेंगे, लेकिन बांग्लादेशी और रोहिंग्या नहीं. उन्होंने वलसाड में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि गैस सिलेंडर महंगे हो रहे हैं, इसकी कीमत कम हो जाएगी. लोगों को रोजगार भी मिल जाएगा. लेकिन क्या होगा जब रोहिंग्या और बांग्लादेशी दिल्ली की तरह आपके आसपास रहने लगें. आप गैस सिलेंडर का क्या करेंगे? बंगालियों के लिए मछली पकाएंगे?
परेश रावल इस बयान को लेकर ट्रोल हो गए थे. जिसके बाद अब उन्होंने ट्वीट कर माफी मांग ली है. उन्होंने लिखा कि मछली निश्चित रूप से कोई मुद्दा नहीं है क्योंकि गुजराती मछली पकाते और खाते हैं. लेकिन मैं स्पष्ट कर दूं कि बंगाली से मेरा तात्पर्य अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं से है. लेकिन फिर भी अगर आपको ठेस पहुंची हो तो मैं माफी मांगता हूं.
‘गांधी ने अकेले देश को आजादी नहीं दिलाई’,- परेश रावल
इससे पहले कल परेश रावल ने खेड़ा में भाजपा उम्मीदवार के लिए प्रचार करते हुए कहा, “हिंदुस्तान के दो राष्ट्रपिता हैं, एक श्री मोहनदास करमचंद गांधीजी, गांधी बापू और दूसरे हमारे सरदार वल्लभभाई पटेल हैं.” गांधीजी और गांधीजी के साथ-साथ कई लोगों ने आजादी दिलाई है, कई लोगों ने इस देश का आजाद कराने में अपनी जान दी है. ऐसा नहीं है कि साबरमती के संत तूने अकेले नहीं कर दिया कमाल, बहुतों ने कमाल किया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर सरदार पटेल न होते तो यह देश एक नहीं होता. गांधी द्वारा दिलाई गई आजादी किसी काम की नहीं होती. मेरी नजर में सरदार पटेल देश के दूसरे राष्ट्रपिता हैं.
कांकरेज में कांग्रेस पर जमकर बरसे पीएम मोदी, कहा- गुजरात में फिर एक बार बनेगी बीजेपी की सरकार