गांधीनगर: गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान गृह मंत्री अमित शाह की ‘मैंने 2002 में सबक सिखाया’ वाली टिप्पणी को चुनाव आयोग ने गलत नहीं माना है. चुनाव आयोग ने माना कि यह टिप्पणी आचार संहिता का उल्लंघन नहीं करती है.
रिटायर्ड आईएएस ने की थी शिकायत
25 नवंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के खेड़ा जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि 1995 से पहले गुजरात में कांग्रेस के शासन के दौरान बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक दंगे होते थे. लेकिन 2002 में ऐसा सबक सिखाया कि असामाजिक तत्वों ने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है. अमित शाह के बयान के बाद सेवानिवृत्त आईएएस ईएएस सरमा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि गृह मंत्री के भाषण ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है.
सूत्रों ने कहा कि शिकायत की जांच की गई और गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई थी. एक सूत्र ने कहा कि चुनाव आयोग को पता चला कि गृह मंत्री किसी समुदाय विशेष को नहीं, बल्कि उपद्रवियों को सबक सिखाने की बात कर रहे थे. शिकायतकर्ता सरमा ने कहा कि उनकी शिकायत के साथ, चुनाव आयोग से दो अन्य पत्रों का जवाब नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को अपने फैसले को अपनी वेबसाइट के माध्यम से सार्वजनिक करना चाहिए क्योंकि यह सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत एक सार्वजनिक प्राधिकरण था और स्वत: प्रकटीकरण की आवश्यकता थी.
भाजपा ने स्थायी शांति व्यवस्था स्थापित की
गृह मंत्री शाह ने कहा था कि गुजरात में असामाजिक तत्व कांग्रेस के समर्थन से हिंसा करते थे. उन्होंने कहा कि उन्होंने अपराधियों को सबक सिखाने के बाद 2002 में राज्य में इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगा दी. भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात में एक स्थायी शांति व्यवस्था स्थापित की है. इतना ही नहीं शाह ने आगे दावा करते हुए कहा कि 2002 में सबक सिखाने के बाद असामाजिक तत्वों ने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है.
ओवैसी ने किया था पलटवार
बीते दिनों अमित शाह के बयान पर गुजरात की सबसे बड़ी मुस्लिम बस्ती जुहापुरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए AIMIM प्रमुख ने कहा था कि अमित शाह ने एक सार्वजनिक रैली के दौरान बयान दिया कि उन्होंने 2002 के गुजरात दंगाईयों को ऐसा सबक सिखाया कि राज्य में हमेशा के लिए शांति कायम हो गई है. शाह के बयान पर ओवैसी ने पलटवार करते हुए कहा, ‘मैं इस (अहमदाबाद) निर्वाचन क्षेत्र के सांसद अमित शाह से कहना चाहता हूं कि 2002 में आपने जो सबक सिखाया था वह यह था कि बिलकिस के बलात्कारियों को रिहा कर दिया जाएगा. आप ने सबक सिखाया था कि बिलकिस की तीन साल की बेटी के हत्यारों को बख्श दिया जाएगा. आपने यह भी सिखाया कि एहसान जाफरी को मारा जा सकता है.
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