इंदौर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में हिस्सा लिया. इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मौजूद रहे हैं. इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं 130 करोड़ भारतीयों की ओर से आप सभी का स्वागत करता हूं. इस सम्मेलन में 70 देशों के भारतीय प्रवासियों ने हिस्सा लिया. 4 साल बाद प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन एक बार फिर अपने मूल स्वरूप में हो रहा है. यह सम्मेलन देश का हृदय कहे जाने वाले मध्य प्रदेश की धरती में हो रहा है.
17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोग कहते हैं कि इंदौर एक शहर है लेकिन मैं कहता हूं कि इंदौर एक दौर है. ये वो दौर है जो समय से आगे चलता है फिर भी विरासत को समेटे रहता है. इंदौर ने स्वच्छता के क्षेत्र में एक अलग पहचान स्थापित की है. करीब 4 वर्षों बाद प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन एक फिर से अपने मूल्य स्वरूप में हो रहा है. ये सम्मेलन मध्य प्रदेश के उस धरती पर हो रहा है जिसे देश का हृदय क्षेत्र कहा जाता है.
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह प्रवासी भारतीय दिवस कई मायनों में खास है. अभी कुछ महीने पहले ही हमने भारत की आजादी के 75 साल मनाए हैं. यहां स्वतंत्रता संग्राम की प्रदर्शनी लगाई गई है. देश अमृत काल में प्रवेश कर चुका है. भारत की वैश्विक दृष्टि को मजबूती मिलेगी. दुनिया के इतने अलग-अलग देशों में जब भारत के लोग एक कॉमन फैक्टर की तरह दिखते हैं तो वसुधैव कुटुंबकम् की भावना के साक्षात दर्शन होते हैं. दुनिया के किसी एक देश में जब भारत के अलग-अलग प्रान्तों और क्षेत्रों के लोग मिलते हैं तो एक भारत, श्रेष्ठ भारत का सुखद एहसास होता है.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि इस वर्ष भारत दुनिया के G20 समूह की अध्यक्षता भी कर रहा है. भारत इस जिम्मेदारी को एक बड़े अवसर के रूप में देख रहा है. हमारे लिए ये दुनिया को भारत के बारे में बताने का अवसर है. हमारे इन प्रवासी भारतीयों के योगदान का विश्व आकलन करता है, तो उसे ‘सशक्त और समर्थ भारत’ की आवाज़ भी सुनाई देती है.
जोशीमठ पर मंडराया अस्तित्व का खतरा, पूर्व सीएम की मांग- राष्ट्रीय आपदा घोषित की जाए