प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में 10,500 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी. इस दौरान केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी भी मौजूद हैं. इस मौके पर पीएम ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि ये शहर बहुत खास है. यहां हमेशा से ही व्यापार की समृद्ध परंपरा रही है. विशाखापत्तनम प्राचीन भारत का एक महत्वपूर्ण पोर्ट था. हजारों वर्ष पहले इस पोर्ट के जरिए पश्चिमी एशिया और रोम तक व्यापार होता था. आज भी विशाखापत्तनम भारत के व्यापार का केंद्र बिंदू बना हुआ है.
इसके अलावा PM मोदी ने कहा कि 10 हजार करोड़ से अधिक रुपए के परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास, आंध्र प्रदेश और विशाखापत्तनम की आकांक्षाओं का माध्यम बनेगी. ये परियोजनाएं आधारभूत संरचना से लेकर ईज ऑफ लिविंग से लेकर आत्मनिर्भर भारत तक कई नए आयाम खोलेगी, विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी. आजादी के अमृत काल में देश विकसित भारत के लक्ष्य को लेकर विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. विकास की यह यात्रा बहुआयामी है. इसमें सामान्य मानवी के जीवन से जुड़ी जरूरतों की चिंता शामिल है और सबसे बेहतर आधुनिक आधारभूत संरचना का निर्माण भी शामिल है.
उन्होंने आगे कहा कि आपूर्ति श्रृंखला और तार्किक, मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी पर निर्भर करते हैं. इसलिए हमने आधारभूत संरचना के विकास को लेकर नई दृष्टिकोण अपनाई. हमने विकास के एकीकृत दृश्य को महत्व दिया. आधारभूत संरचना का ये एकीकृत दृश्य PM गतिशक्ति मास्टर प्लान की वजह से संभव हुआ है. गतिशक्ति प्लान से ना सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण की रफ़्तार तेज हुई है बल्कि इससे परियोजनाओं पर लगने वाला खर्च भी कम हुआ है.
विशाखापत्तनम में 10,500 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखने के बाद पीएम मोदी ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे मालूम है कि इन परियोजनाओं का आंध्र के लोगों को काफी लंबे समय से इंतजार था. आज जब ये इंतजार पूरा हो रहा है तो आंध्र प्रदेश और इसके तटीय क्षेत्र एक नई रफ़्तार से विकास की इस दौड़ में आगे बढ़ेंगे.
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