झारखंड सरकार ने गिरिडीह जिले के जैन तीर्थस्थल सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित किया था. इसके खिलाफ पूरे देश में जैन समुदाय के लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था. बढ़ते विवाद के बाद केंद्र सरकार ने झारखंड सरकार के फैसले पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी थी. इतना ही नहीं केंद्र ने इस मसले पर एक कमेटी बनाने का फैसला भी किया है, जिसमें जैन समाज के 2 और स्थानीय जनजातीय समुदाय का 1 सदस्य शामिल किया जाएगा. इस बीच झारखंड के मंत्री बन्ना गुप्ता का बड़ा बयान सामने आया है.
सम्मेद शिखर पर केंद्र के फैसले को लेकर झारखंड के मंत्री बन्ना गुप्ता ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमारी सरकार उनकी(जैन समुदाय) भावनाओं की कदर करती है. हमारे मुख्यमंत्री और हमारी सरकार किसी भी सांप्रदाय, धर्म की भावनाओं के विरुद्ध जाकर काम नहीं करेगी. झारखंड में बहुत सारी ऐसी जगह हैं जो बहुत ही सुंदर हैं और इन्हें पर्यटन स्थल में बदला जा सकता है. जहां तक गिरिडीह के जैन समाज की भावनाओं की बात है तो मैं मानता हूं कि इसको धार्मिक स्थान ही रहने दिया जाए.
सम्मेद शिखरजी मुद्दे पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हम भी इस मुद्दे को लेकर चिंतित हैं, कोई समाधान निकलना चाहिए. केंद्र सरकार की भी यही मंशा लगती है. इस समय हमारे सभी वरिष्ठ अधिकारी दिल्ली में हैं. उनके वापस आने के बाद हम इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे.