एक ओर जहां चीन में कोरोना वायरस का बम फूटा है और लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, वहीं अमेरिका एक और संकट से जूझ रहा है. अमेरिका में बम साइक्लोन यानी ‘विंटर स्टॉर्म’ ने लाखों लोगों की जिंदगी अस्त-व्यस्त कर दी है. बर्फीले तूफान ने क्रिसमस मनाने की सारी योजना पर पानी फेर दिया है. लोग अपनी जिंदगी बचाने के लिए मजबूरन आपने आपको घरों में कैद कर लिया है. अमेरिका में “बम चक्रवात” के बीच मौसम संबंधी घटनाओं में कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई है.
नैशनल गार्ड की टुकड़ियाँ स्थानीय आपातकालीन कर्मचारियों और राज्य पुलिस की सहायता कर रही हैं. घरों में फंसे लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, “मेरा दिल उन लोगों के लिए दुखता है जिन्होंने इस छुट्टी सप्ताहांत में अपने प्रियजनों को खो दिया है.” स्थानीय मीडिया रिपोर्टों की मानें तो बम चक्रवात के कारण 14 लाख से अधिक घरों में बिजली नहीं है. इतना ही नहीं तापमान -45 डिग्री तक गिर गया है. अंधेरा और तापमान में गिरावट ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पश्चिमी अमेरिकी राज्य मोंटाना में न्यूनतम तापमान -45 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है. राष्ट्रीय मौसम सेवा का कहना है कि डेस मोइनेस, आयोवा में तापमान -37°F (-38°C) था, जो 5 मिनट से भी कम समय में शीतदंश पैदा कर सकता है. सीधे शब्दों में कहें, अगर कोई व्यक्ति इस स्थिति में खुली हवा के संपर्क में आता है, तो उसकी त्वचा जम कर मर सकती है, इस हादसे में अब तक करीब 60 लोगों की मौत हो चुकी है. न्यूयॉर्क में सबसे ज्यादा 27 मौतें हुई हैं.
ओहियो के गवर्नर के मुताबिक, मौजूदा हालात के कारण ज्यादातर मौतें सड़कों पर हो रही हैं. उन्होंने लोगों से स्थिति सामान्य होने तक घर में ही रहने की अपील की है. इस बीच, न्यूयॉर्क के गवर्नर कैथी होचुल ने शहर में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है. यहां भी तापमान -45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. हालात कितने खराब हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि घरों के अंदर भी बर्फ जमा हो रही है.
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