मेहसाणा: भ्रष्टाचार के मामले में विपुल चौधरी की गिरफ्तारी से सियासत गरमा गई है. अर्बुदा सेना उत्तर गुजरात में धरने के साथ जेल भरो आंदोलन चला रही है. विपुल चौधरी की गिरफ्तारी का अर्बुदा सेना ने मेहसाणा, बनासकांठा, पाटन, साबरकांठा और अरावली में विरोध किया है और कलेक्टर को अवेदन पत्र भी दिया है. उधर, विरोध प्रदर्शन कर रहे अर्बुदा सेना के कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है.
विपुल चौधरी की रिहाई की मांग
अर्बुदा सेना ने दावा किया है कि उसके नेता विपुल चौधरी को झूठे मामले में फंसाया गया है और उनकी तत्काल रिहाई की मांग की है. अर्बुदा सेना धरना, अनशन कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी. विपुल चौधरी की गिरफ्तारी के बाद से गुजरात सरकार के खिलाफ चौधरी समाज के लोगों में नाराजगी दिखाई दे रही है.
10 से 20 अक्टूबर तक सम्मेलन और रैलियां
उत्तर गुजरात में 10 से 20 अक्टूबर के बीच अर्बुदा सेना की ओर से विपुल चौधरी की पगड़ी लेकर गांव-गांव सभाएं और रैलियां की गईं. मेहसाणा के खेरालू के डभाड़ गांव में भी 12 अक्टूबर को आंजना चौधरी समाज द्वारा हनुमाननगर में एक सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. विपुल चौधरी को रिहा करने की मांग को लेकर चौधरी समाज ने सरकार को चुनौती दी है.
सरकार के लिए बड़ी चुनौती
यदि विपुल चौधरी को विधानसभा चुनाव से पहले रिहा नहीं किया जाता है, तो चौधरी समाज के वोट भारतीय जनता पार्टी को नुकसान पहुंचा सकते हैं. अर्बुदा सेना के प्रवक्ता हरजीत चौधरी ने कहा कि इन तमाम विरोध प्रदर्शनों के बाद भी अगर सरकार हमारी बात को स्वीकार नहीं करती है तो चौधरी समुदाय चुनाव में अपनी ताकत दिखाएगा.
आंकलाव: कांग्रेस के अमित के खिलाफ जहां बीजेपी के अमित भी पीछे छूट जाते हैं