पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी और भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल ने कल मोमिनपुर इलाके में हुई हिंसक झड़प के संबंध में राज्यपाल एल गणेशन से मिलने के लिए पार्टी विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्य विधानसभा से राजभवन तक मार्च किया. इस मौके पर उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ये पूरी तुष्टीकरण की राजनीति का सबूत है. CAPF को बुलाना चाहिए. मामले की NIA द्वारा जांच होनी चाहिए. हिंसक झड़प के दौरान जितना भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई होनी चाहिए.
कोलकाता के मोमिनपुर में हिंसा के बाद से धारा 144 लागू है. पश्चिम बंगाल भाजपा विधायक दल ने राज्यपाल एल.गणेशन को एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें भाजपा विधायक दल ने मोमिनपुर हिंसा के मद्देनजर राज्यपाल से केंद्रीय बलों को तैनात करने, एक उच्च स्तरीय समिति बनाने और NIA जांच जैसे तत्काल कदम उठाने का अनुरोध किया गया है.
इससे पहले पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर मोमिनपुर हिंसा और कानून और व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एकबालपुर पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ को लेकर केंद्रीय बलों की तत्काल तैनाती का अनुरोध किया था.
गौरतलब है कि कल कोलकाता के मोमिनपुर में दो समुदायों के बीच हिंसा हिंसक झड़प हो गई थी. पुलिस के मुताबिक 9 अक्टूबर को ईदे मिलाद के मौके पर लगाए गए धार्मिक झंडों को किसी ने फाड़ दिया था. इसके बाद इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी. उपद्रवियों ने कई वाहनों और दुकानों में तोड़फोड़ की और पथराव किया था. इतना ही नहीं एकबालपुर पुलिस स्टेशन का भी घेराव कर पथराव किया गया था. इस हमले में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे.
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