महज 17 सीटें हासिल करने के बाद अब कांग्रेस इस बात को लेकर असमंजस में है कि किसे नेता प्रतिपक्ष का पद दिया जाए. मिल रही जानकारी के अनुसार पार्टी के वरिष्ठ विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने नेता प्रतिपक्ष बनने से इनकार कर दिया है. इसके बाद अब पिछले कार्यकाल में विपक्ष के उपनेता शैलेश परमार और तुषार चौधरी या फिर जिग्नेश मेवानी के नामों पर विचार किया जा सकता है.
इसके अलावा अमित चावड़ा को भी मौका दिया जा सकता है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक कमजोर विपक्ष के नेता के तौर पर किसी वरिष्ठ और मजबूत तर्क-वितर्क करने वाले सदस्य को खड़ा करना जरूरी है. ऐसे में मोढवाडिया के विकल्प के तौर पर परमार, चौधरी या मेवाणी ही उपयुक्त हैं. इसके अलावा उपनेता और दंडक जैसे पद भी हैं जिनमें पार्टी किसी वरिष्ठ को मौका दे सकती है.
लगातार हार के बाद पार्टी को चिंतन करने की जरूरत
बोटाद सीट से चुनाव हारने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनहर पटेल ने हार के बाद अपना गुस्सा जाहिर किया है. उन्होंने कहा, इस हार के बाद कांग्रेस को चिंतन करने की जरूरत है. इस स्थिति से बाहर आने के लिए कांग्रेस में कई सुधारों की भी जरूरत है.
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