अमरेली जिले की धारी-बगसरा विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी जे.वी. काकड़िया को जनता के विरोध का सामना करना पड़ा. धारी के कागदडी और खांभा गांव में किसानों ने अपने विभिन्न मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और लोगों ने खराब सड़कों सहित अन्य मुद्दों पर विस्तृत जवाब तलब किया. पहले तो जे.वी. काकड़िया हालात को संभालने की कोशिश की उसके बाद बात नहीं बनी तो सभा को आधे में छोड़कर रफूचक्कर हो गए.
गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है. सभी पार्टियों ने अपने स्टार प्रचारकों को मैदान में उतार दिया है और प्रत्याशी भी लगातार अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में भ्रमण कर जनसंपर्क कार्यक्रम कर रहे हैं. हालांकि कुछ जगहों पर प्रत्याशियों को जनता के विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है. अमरेली जिले की धारी-बगसरा विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी जे.वी. काकड़िया का दो गांवों में स्थानीय लोगों ने विरोध किया है. स्थानिक लोगों ने आरोप लगाया की चुनाव जीतने के बाद नेता वोटरों की सुध लेने तक नहीं आते.
पहला विरोध धारी के कागदडी गांव में एक सभा के दौरान शुरू हुआ. ग्रामीणों के अभ्यावेदन व शंकाओं का कोई समाधान नहीं हुआ. स्थानीय लोगों ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि चुनाव के समय नेताओं को ग्रामीणों की याद आती है. हालात को संभालने की कोशिश करते हुए भाजपा प्रत्याशी जे.वी. काकड़िया ने राज्य और केंद्र सरकार के विकास कार्यों का हवाला दिया फिर लोग जब शांत नहीं हुए तो उनको वहां से भागना पड़ा.
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