मोरबी में हुए हादसे को लेकर पुलिस हरकत में आ गई है. पुलिस ने 9 लोगों को हिरासत में लेने के बाद उनसे पूछताछ की और अब जानकारी सामने आ रही है कि सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस प्रबंधन से जुड़े लोगों से पूछताछ कर रही है. ओरेवा प्रबंधक और रखरखाव इंजीनियर के खिलाफ मामला दर्ज की गई है. मोरबी पुलिस ने कहा कि घटना के संबंध में गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है.
राजकोट रेंज आईजी अशोक यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमने IPC की धारा 114, 304, 308 के तहत 9 लोगों को गिरफ़्तार किया है जिसमें ओरेवा कंपनी के मानेजर, टिकट क्लर्क, पुल के मरम्मत करने वाला ठेकेदार आदि लोग शामिल हैं.
उन्होंने आगे कहा कि मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने लगभग चार ज़िलों से 100 एंबुलेंस, 40 मेडिकल टीम, 2-2 NDRF और SDRF की टीम, 6 कॉलम आर्मी, 30 कॉलम गरूड कमांड एयरफोर्स, 50 नेवी के जवान, 18 बोट और करीब 180 दमकल के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद हैं.
मोरबी पुलिस ने 304, 308, 114 के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस और प्रशासन की ओर से त्वरित कार्रवाई की गई है. मोरबी के लोगों ने भी बचाव कार्य में काफी मेहनत की है. ओरेवा कंपनी के मैनेजर दीपक और दिनेश हैं. जबकि प्रकाश और देवांग संविदा कर्मचारी हैं. पुलिस ने 24 घंटे के अंदर 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि ब्रिज गिरने में कंपनी की लापरवाही साफ हो चुकी है, बावजूद इसके एफआईआर में कंपनी के मालिक जयसुख और उनकी कंपनी का नाम नहीं लिखा है.
मोरबी ब्रिज हादसे के बाद अहमदाबाद नगर निगन का अटल ब्रिज को लेकर बड़ा फैसला